देवर भाभी की शायरी

Devar Bhabhi ki Shayari

दुनिया मुझे कुछ भी समझे , पर तुम ही मेरे अरमान है ।
जब से दूर हुआ भाभी आपसे , तेरा देवर परेशान है ।।

लाएगा देवर क्रीम पौडर अगर तू मेरे वास्ते ।
मई भी बनाऊँगी हलवा तेरे वास्ते । ।

लालच मे आकार के हमे खिलाती हो हलवा ।
मैं न देख पाया जिंदगी भर तेरा जलवा । ।

घर का खर्च चलता है मेरा भाई ।
भाभी तुम क्यो करती हो हमसे दुश्मनाई । ।

चले जाते हो किधर जरा मुड़ के तो देखो ।
मई भी तुम्हारे लिए बैठी हु जरा मुस्कुरा के तो देखो ।।

ये फैशन वैशन छोड़ दे देवर तन मे रख लगा ले ।
बन मे करो तपस्या किसी साधू को गुरु बना ले ।।

हमसे न रूठा करो भैया की लुगाई ।
लाऊँगा बाज़ार से मैं तेरे लिए रस मलाई ।।

ठीक करो चाल चलन वरना रह जाओगे कूवारे ।
करते रहो रोज पढ़ाई शादी के मारे । ।

पूरा जवान हो गया हु देख लो आजमा के ।
किसी गोरी सी लड़की को ले आऊ पटाके । ।

भाभी क्यो हमेशा टकरार करती हो ।
पिटवा के भईया से बदनाम करती हो ।।

चले आते हो मुझसे छेड़खानी करने के लिये ।
हमेशा करते रहते मुझसे मज़ाक , अपना रंग जमाने के लिये । ।


सब चीज हाजिर है भाभी आपके वास्ते ।
क्यो होती हो नाराज़ खुदा के वास्ते । ।

भाभी तेरा कहना कभी नहीं टालुंगा ।
कहोगी पानी भरने को तो जल्दी ला दूंगा । ।

चाँदनी रात है डर की क्या बात है ।
इसमे क्या घबराऊ जब देवर मेरे साथ है । ।

भाभी मेरी फूलझड़ी भैया मेरे अनार ।
भूख लगी है ज़ोर से कर दो खाना तैयार । ।

सैर करनी है तो भाभी गुलशन की करनी चाहिए ।
भाभी तेरे वास्ते भैया को बुलाना चाहिए । ।

बुरा न मानो भाभी तेरे बालो को चूम लू ।
गोरे गोरे गालो के मुख को चूम लू । ।

बेकार की बातें करते हुए शर्म नहीं आती ।
पिटवा दु तुम्हें मन मे ऐसी बात आती । ।

फिर शिकायत की है भैया से आपने ।
पिटवा के मुझे रात मे खाना न दिया तुमने । ।

मेरी हालत पे तुमने तरस न खाया देवर ।
अपने भैया की नजरों मे गिराया है देवर । ।

भैया घर नहीं है इसलिए बैठी हो उदास ।
भैया से न कहना भाभी पूरी करदु आस ।

फूल तो फूल होता है तू फूल से भी बढ़कर है ।
जो देख ले एक बार ओ कहे आसमान की परी हो । ।

चुपचाप खड़े हो जरूरी कोई बात है ।
भैया तेरे जाए लगता है बात है । ।

सूखे तेरे ओंठ है भाभी जरा लाली तो लगाओ ।
कोई नहीं है घर पे तो जरा हमको बुलाओ । ।

मेरी आखो ने जो देखा है ये नज़ारा ।
कर दिया घायल तुमने ये दिल हमारा । ।

जैसे पान खाने से रच जाते है होठ ।
वै ही तुम भाभी देवर पर करती हो चोट । ।

देवर हमको न ये नखरा दिखाया करो ।
जल्दी खाना खाके अपने कॉलेज जाया करो । ।

पतली सलाई से लगती हो सुरमा ।
पहले जरा न सोचा , अब करती हो अम्मा । ।

चल तेरी मतवाली ओढ़ी चुनरिया काली ।
बोल दे अपनी बहना से बन जाये मेरी घरवाली । ।

भाभी के हाथ में चाँदी का छल्ला ।
मैं तेरा देवर हूँ तू मुझसे न कर पल्ला । ।

जाती हो रोज बन ठन के किस काम के लिए ।
पहनती हो बेलबाटम लड़को को पटाने के लिए । ।

Devar ki Shayayri Bhabhi ke Naam

जाता हु चमन मे दिल बहलाने के लिए ।
आती नहीं हो भाभी तुम रात बिताने के लिए । ।

भाई मेरा पाँच फुट भाभी मेरी सात ।
इसलिए खटपट होवे मानो सारी रात । ।

घूर-घूर कर क्यो देखती हु भाभी मैं डर जाऊंगा ।
पास बुलाउगी तो कभी न आऊँगा । ।

भाभी पिलाओ मुझे आज बना के काफी ।
प्यार करने के लिए आपसे आधा घंटा है काफी । ।

देवर तुम्हारा नखरा हम नहीं झेलेंगे ।
तुमसे दूर ही अछे है अकेले ही रह लेंगे । ।

भाभी क्यो बात-2 पर होती हो नाराज़ ।
हम अपनी हरकतों से आते है अब बाज़ । ।

चले मेरी भाभी मोरनी की चाल ।
देख के मेरा मन हो गया बेहाल । ।

खाती हो पान चबाती हो छल्लियाँ ।
हमको कुँवारा समझ के देती हो गलियाँ । ।

बधेगा सर पे सेहरा अब मै दूल्हा बनुंगा ।
ले आऊँगा एक रोज फिर सैर दुनिया की करूंगा । ।

शीशे मे रोज देखू तो शीशा हो खराब है खराब ।
भाई मेरा अच्छा है भाभी मेरी खराब है । ।

शादी मेरी हो गयी है अब न मिल सकेंगे ।
भाभी तेरे वास्ते भैया ही रहेंगे । ।

जवानी के नशे मे हमेशा दीवाने रहते हो तुम ।
भूले से कोई दिल दे दे तो बदनाम करते हो तुम । ।

जिस आंखो मे तूने लगाया है काजल ।
ये दीवाना को कर देगा पागल । ।

करती हो प्यार का सौदा तो मेरी जान ले लो ।
लगती हो अपने गले तो मेरी जान भी ले लो । ।


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